माइग्रेन को नजरअंदाज न करें, जानिए माइग्रेन के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय के बारे में

माइग्रेन को नजरअंदाज न करें, जानिए माइग्रेन के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय के बारे में

रोहित पाल

आम तौर पर लोगों को सिरदर्द की समस्या रहती है। लेकिन यही सिरदर्द की समस्या माइग्रेन जैसी बीमारी का रूप धारण कर लेती है। माइग्रेन में सिरदर्द की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इसमें असहनीय दर्द होता है। माइग्रेन का दर्द 2 घंटे से लेकर कई दिनों तक बना रहता है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। माइग्रेन के कारण दिमाग का खून का संचार तेजी से होने लगता है। जो कि सिरदर्द का कारण बनता है।

माइग्रेन में कभी सिर के दाएं तो कभी बाएं हिस्से में अचानक उठने वाला दर्द को कहा जाता है। जिसे हम माइग्रेन कहते हैं गर्मी, मानसिक तनाव और कम नींद के कारण होने वाली यह समस्या पुरुषों की बजाए महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। इस रोग की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसमें दिन में अचनाक कभी भी तेज दर्द उभर आता है। जानिए माइग्रेन के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय के बारें में।

माइग्रेन के लक्षण:

  • सिर में फड़कता हुआ माइग्रेन दर्द ज्यादातर सिर के एक हिस्से से शुरू होता है।
  • जो लोग माइग्रेन के सिरदर्द से पीड़ित हैं वे आमतौर पर नियमित गतिविधियों को करने में असमर्थता, आंखों में दर्द, मतली और उल्टी भी अनुभव करते हैं।
  • वे प्रकाश, ध्वनि और गंध परिवर्तनों के प्रति अति संवेदनशील हो सकते हैं।
  • दिन भर बेवजह उबासी आना भी माईग्रेन का लक्षण है।
  • माइग्रेन सिरदर्द से पीड़ित लोगों को ऑरा का अनुभव होता है। उन्हें संवेदना की अस्थायी कमी या पिंस और सुईया चुभने की भावना महसूस होती है।
  • माईग्रेन का दर्द होने पर नींद अच्छे से नहीं आती है। थकान महसूस होती है लेकिन नींद नहीं आती है। (और पढ़ें – नींद ना आने के घरेलु उपाय)
  • माईग्रेन के दौरान आंखों में भी भयानक दर्द होता है। पलकें झपकाने में भी बहुत जलन होती है।
  • सिरदर्द के साथ मतली, उल्टी आना भी माईग्रेन के लक्षण होते हैं।
  • माईग्रेन के दौरान मूड में परिवर्तन बहुत तेजी से होता है। कुछ मरीज़ अचानक बिना किसी के कारण बहुत ही उदास महसूस करते हैं या कभी ज्‍यादा उत्साहित हो जाते हैं।
  • माइग्रेन का दर्द होने से पहले, कुछ लोगों की खाद्य पदार्थों के लिए लालसा बढ़ जाती है।
  • नियमित गतिविधियों जैसे घूमना या सीढ़ियों पर चढ़ने से माइग्रेन का दर्द बदतर भी हो सकता है।
  • माईग्रेन में बार-बार मूत्र त्याग की आवश्यकता अनुभव करना भी इसका एक लक्षण है।

माइग्रेन के कारण:

  • किसी महिला के शरीर में होने वाले मेजर हार्मोनल परिवर्तन माइग्रेन सिरदर्द की शुरुआत में योगदान कर सकते हैं। मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति जैसे विभिन्न कारणों से एक महिला के शरीर में बहुत सारे हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। अस्थिर हार्मोनल स्तर कभी-कभी सिरदर्द का कारण हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार माइग्रेन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है।
  • तनाव को माइग्रेन सिरदर्द के साथ जोड़ा गया है। तनाव का आपके मस्तिष्क पर सीधा प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी मस्तिष्क कुछ पदार्थों को रिलीज करता है जो माइग्रेन सिरदर्द पैदा कर सकते हैं। अत्यधिक नींद या पर्याप्त नींद नहीं मिलना भी माइग्रेन का एक कारण माना जाता है।
  • यह पाया गया है कि जो लोग कैफीन पर अत्यधिक निर्भर रहते हैं, वे बहुत ज़्यादा सिरदर्द का अनुभव करते हैं जब वे अचानक कैफीन लेना बंद कर देते हैं। कॉफी का अत्यधिक सेवन अचानक से बंद करना भी इसका एक कारण हो सकता है।
  • वातावरण में परिवर्तन भी माइग्रेन का एक मुख्य कारण माना जाता है। कभी-कभी अत्यधिक तेज ध्वनि और शोर माइग्रेन सिरदर्द का कारण बन सकता है। अस्थिर रोशनी और अधिक बदबू भी गड़बड़ी पैदा कर सकती है। अत्यधिक धूप से भी माइग्रेन सिरदर्द हो सकता है। तापमान में परिवर्तन जैसे अत्यधिक गर्मी या अत्यधिक ठंड का मौसम भी माइग्रेन का एक कारण हो सकता है।
  • धूम्रपान या शराब का अधिक सेवन भी माइग्रेन को पैदा करने के लिए काम कर सकते हैं। आहार भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है जैसे मीठे खाद्य पदार्थ चॉकलेट। बेहद मसालेदार और गर्म भोजन खाने से समस्याएं हो सकती है।

माइग्रेन से बचने के घरेलु उपाय:

  • रोज 10 से 12 बादाम खाएं। यह माइग्रेन का बढिया उपचार है।
  • रोज सुबह-शाम एक गिलास अंगूर का रस पीयें। यह काफी कारगार उपाय है।
  • बंद गोभी को पीसकर इस पेस्ट को एक सूती कपडे में ठीक ढंग से बिछाकर माथे में बांधें। और जब पेस्ट सूखने लगे तो नया पेस्ट बनाककर पट्टी बांधें। इससे आपको सरदर्द से काफी फायदा मिलेगा।
  • माथे में नींबू के छिलके का पेस्ट बना कर बांधें काफी आराम मिलेगा।
  • गाय का शुद्ध ताजा घी सुबह-शाम दो-चार बूंद नाक में रुई से टपकाने से माइग्रेन से काफी राहत मिलेगी।
  • गाजर का रस और पालक के रस को मिलाकर पीए। इससे आपको फायदा मिलेगा।
  • तुलसी के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर खाने के पहले या खाने का बाद सेवन करने से माइग्रेन में काफी लाभ होगा।
  • अपने खाने में हरी सब्जियों और फ़लों को अधिक मात्रा में शामिल करें।

अन्य उपाय:

  • रोज पर्याप्त नींद लें।
  • नियमित एक्सरसाइज करें।
  • अधिक तेज ध्वनि से बचें।

 

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